Buy Gold
Sell Gold
Daily Savings
Round-Off
Digital Gold
Instant Loan
Nek Jewellery
क्या आप अपने टीनएजर बच्चों से पैसों के बारे में बात करने से घबराते है? चिंता न करें। हम आपके साथ हैं। यहां 6 ऐसे तरीके बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने टीनएजर बच्चों को पैसे से जुड़ी सभी चीजों के बारे में बता सकते हैं।
पेरेंटिंग (बच्चों को पालना) आसान काम नहीं है। ख़ासकर तब, जब आपका बच्चा टीनएजर हो जाए। अगले कुछ वर्षों में या तो आप इनके देखभाल का सही तरीका सीख लेते हैं या फिर आपको चिंता लगी रहती है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या सोचते हैं। आप जानते हैं कि आपको अपने बच्चे की, उनके अभी के लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण मामलों में मदद करनी है, खासकर पैसों से जुड़े मामलों में।
आपका टीनएजर बड़ा हो रहा है, तो स्वाभाविक तौर पर अब उसे आजादी चाहिए। यह वह उम्र है, जब वे घर पर समय बिताने से ज्यादा अपने हिसाब से समय बिताना पसंद करते हैं।
इसलिए, वे महत्वपूर्ण फाइनेंसियल निर्णय भी लेना शुरू कर देंगे।
उन्हें पैसे के महत्व को समझने में उनकी मदद करें। पैसा कैसे कमाएं, कैसे बचाएं और कैसे इसका सम्मान करें। यहां कुछ टॉपिक दिए गए हैं, जिनसे आप उन्हें सिखाने की शुरुआत कर सकते हैं:
आपका टीनएजर आपसे कह सकता है, "मुझे लेटेस्ट स्मार्टफोन, लेटेस्ट वीडियो गेम चाहिए।" आप उनसे पूछें, "यह आपके लिए क्यों जरूरी हैं?" आप एक सोचे समझे जवाब के लिए तैयार रहें।
आपके टीनएजर के पास उसकी जरूरत के हिसाब से कुछ वाजिब कारण हो सकते हैं, लेकिन आप दृढ़ रहें।
जरूरत और चाहत के बीच अंतर बताते हुए उन्हें उदाहरण देकर समझाएं।
अगर आप उनकी इच्छाओं को पूरा करते रहें, तो हो सकता है कि यह पहली बार में एक समस्या की तरह न लगे। लेकिन एक बार यह आदत बन जाए और जरूरत की तरह महसूस होने लगे तो वहां टकराव शुरू हो जाएगा।
लेकिन आप अपने बच्चे को यह संदेश भी नहीं देना चाहते कि उनकी इच्छाएं बेकार या गलत हैं।
ऐसे में, आप उन्हें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए पैसे बचाने के लिए सेविंग एकाउंट खोलने का विकल्प दें।
अपने टीनएजर का पहला बैंक एकाउंट खोलना उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, ठीक उसी तरह जैसे एक दांत खोना या गाड़ी चलाना सीखना।
बहुत संभावना है कि उन्होंने अपने पहले बर्थडे पर मिली गुल्लक (पिग्गी बैंक) को इस्तेमाल करना बंद दिया हो। इसका मतलब है कि यह एक वास्तविक बैंक एकाउंट खोलने का समय है, है ना?
आप एक जॉइंट एकाउंट खोल सकते हैं, क्योंकि वे अभी भी (माइनर) नाबालिग हैं या आप एकाउंट के हस्ताक्षरकर्ता (सिग्नेर) बन सकते हैं, ताकि आप उनकी खर्च करने की आदतों की निगरानी (मॉनिटर) कर सकें।
यह इन सबके बारे में उन्हें सिखाने का बेहतरीन मौका है कि कैसे वे अपने एकाउंट को मैनेज करें, कैसे अपने खर्च पर नजर रखें और बचत करें वगैरह।
अगर आपने अपने बच्चे के लिए एक सेविंग एकाउंट खोला है, तो उन्हें इस उम्र में उसे कंट्रोल करने दें।
रेगुलर सेविंग की आदत डालने में उनकी मदद करें और इस बारे में उनसे बात करें कि आपको कब और क्यों अपनी सेविंग में से पैसे निकालने की ज़रूरत हो सकती है।
बच्चे अपने माता-पिता से सीखते हैं। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपको सही सेविंग और इनवेस्टमेंट की आदत हो, जिसे वे भी सिख सकें।
उनके लिए एक मिसाल कायम करें। उनके साथ अपनी खुद की सेविंग टिप्स को शेयर करें। इसके बारे में और पता करें कि आप कैसे अपने खर्च में कमी करके पैसे की सेविंग शुरू कर सकते हैं।
अपने बच्चों को बजट बनाना और उसका रखरखाव करना सिखाएं। उन्हें यह बताएं कि बजट बनाना बाइक चलाने जैसा नहीं है (इसे एक बार सीखो और फिर भूल जाओ, ऐसा नहीं करना है)।
उन्हें अपनी सारी सेविंग और खर्च को ट्रैक करने के लिए कहें।
उन्हें अपना बजट दिखाएं और स्वयं के पहले अनुभव से बजट बनाने में उनकी मदद करें।
वे वैसे भी दिनभर अपने मोबाइल से चिपके रहते हैं, तो क्यों न उन्हें एक साधारण बजट ऐप के बारे में बताएं?
आपका टीनएजर अभी क्रेडिट कार्ड रखने या लोन अप्लाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हुए हैं, लेकिन कुछ ही सालों में वे इस लायक हो जाएंगे।
अपने बच्चे को यह दिखाने के लिए समय निकालें कि आप लोन पर कितना पैसा खर्च कर रहे हैं और आपने यह लोन क्यों लिया है।
अगर आपका बच्चा 18 साल का होने के बाद कॉलेज जा रहा है, तो सुनिश्चित करें कि उसे किसी भी लोन (विशेष रूप से स्टूडेंट लोन) या क्रेडिट कार्ड के लिए कहीं भी अप्लाई करने से पहले, लोन की वास्तविक कीमत के बारे में ठीक से पता हो। लोन ऑफर की शर्तों को समझने में उनकी मदद करें।
इसके अलावा, उनके साथ इंटर्नशिप, जॉब, सैलरी और टैक्स के बारे में भी बात ज़रूर करें।
देना कभी गलत नहीं हो सकता, है ना? जहां पैसा कमाना, बचाना और खर्च करना जरूरी है, वहीं कम भाग्यशाली या जरूरतमंद लोगों की मदद करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आप अपने टीनएजर के लिए कर सकते हैं कुछ अच्छी चीजों में से एक यह है भी सकते सकते हैं कि उनके दान देने की आदत की सराहना करें और उन्हें इसके महत्व बताएं।
उन्हें समझाएं कि उन्हें अपने अलाउंस या अन्य कमाई के साथ पैसे क्यों दान (डोनेट) करने चाहिए।
जब आप अपने बच्चों को कम उम्र में दान की वैल्यू सिखाते हैं, तो उन्हें याद होगा कि ऐसा करके कितना अच्छा लगता है और (आशा है) वे इस परंपरा को आगे बढ़ाते हैं, जब वे अपने कैश को मैनेज करते हैं।
आशा है कि ये कुछ पहल आपके टीनएजर को कॉलेज के लिए पैसे बचाने, इमरजेंसी के लिए प्लान बनाने और शायद कम उम्र से ही इन्वेस्ट करने की आदत डालने में मदद करेंगी।
अगर उन्हें यह तुरंत नहीं मिलता है, तो चिंता न करें। अपने शुरुआती सालों में एक मज़बूत फ़ाइनेंसियल नींव बनाने के लिए वे निश्चित रूप से बाद में आपको धन्यवाद देंगे।
चेक करें कि आप अपने बच्चों (3 से 13 साल) के साथ पैसों के बारे में बातचीत कैसे शुरू कर सकते हैं।