जिसका 3000 से ज्यादा सालों से जिस सोने जैसी कीमती धातु का इतिहास रहा है, उसे भारत में "भगवान का पैसा" माना जाता है।
ज्वैलरी के अलावा, सोने का इस्तेमाल हम उपहार देने में और मंदिरों और गुरुद्वारा जैसे पूजा स्थलों पर चढ़ावे के रूप में करते हैं।
नतीजतन, इस समय भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक है।
अब, खासकर कोविड महामारी के बाद बहुत से लोग ज्वैलरी की दुकानों या सोने के डीलरों के पास जाना टालते हैं। इसलिए, भारतीयों ने सोने में इनवेस्ट करने का एक नया तरीका खोजा है: डिजिटल गोल्ड।
ऑनलाइन सोना खरीदने का यह तरीका कई इनवेस्टर के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हुआ है।
यह उन ग्राहकों के लिए सही है, जो फिज़िकल डिलीवरी का विकल्प होते हुए भी सोने में इनवेस्ट करके फायदा चाहते हैं।
जो डिलीवरी के विकल्प के साथ सोना लेना चाहते हैं, ऐसे व्यक्तियों के लिए डिजिटल एक सुरक्षित और आसान तरीका है।
यहां 10 कारण बताए गए हैं कि आपको डिजिटल गोल्ड तुरंत क्यों खरीदना चाहिए:
1. आप कम से कम 1 रुपए से इनवेस्ट करना शुरू कर सकते हैं
डिजिटल गोल्ड में निवेश करने की सबसे अच्छी बात यह है कि आप सोने में इनवेस्ट करना और सेविंग करना केवल 1 रुपए से भी शुरू कर सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड में जो लचीलापन मिलता है वह फ़िज़िकल गोल्ड में मिलता। आप अपनी फ़ाइनेंशियल क्षमता के हिसाब से इसे कम मात्रा में भी खरीद सकते हैं।
2. स्टोरेज या सुरक्षा की कोई समस्या नहीं
फ़िज़िकल सोने के मामले में, आपको अपना सोना रखने के लिए तिजोरी लेनी होगी जिसके चोरी होने की संभावना हमेशा बनी रहेगी।
डिजिटल गोल्ड इस खामी को भरता है। डिजिटल गोल्ड के साथ स्टोरेज और सुरक्षा से जुड़ी कोई समस्या नहीं है।
आपके खाते में रखे हुए सोने का हर ग्राम असली सोने की गारंटी देता है, जिसे विक्रेता आपके नाम पर फ़िज़िकल सोना एक सुरक्षित वॉल्ट में रखता है। इसमें कभी भी कोई खतरा नहीं होता है।
3. आप सोना कभी भी खरीद और बेच सकते हैं
सोने को कभी मुद्रा की तरह इस्तेमाल किया जाता था जैसा कि यह अब भी बाजार में एक लिक्विड संपत्ति के रूप में मौजूद है।
आप कुछ आसान स्टेप फॉलो करके किसी भी समय, कहीं से भी सोना खरीद और बेच सकते हैं।
धनराशि सीधे आपके बैंक अकाउंट या रजिस्टर्ड वॉलेट में डाल दी जाती है।
भविष्य में सोने की पूरी रीसेल वैल्यू पाने के लिए आपको किसी डीलर के पास जाने या संरक्षित सोना खरीदने वाले खाते को सालों तक बनाए रखने की ज़रूरत नहीं है।
4. कोई छिपी हुई फ़ीस नहीं
डिजिटल गोल्ड आपको केवल शुद्ध सोने यानी 24 कैरेट सोने में व्यापार करने की अनुमति देता है।
इस प्रक्रिया में कोई छिपी हुई फ़ीस नहीं है और आपकी खर्च की गई पूरी राशि सोने में इनवेस्ट की जाती है।
लेन-देन करते समय आपको केवल 3% GST का भुगतान करना होगा।
5. आपको 24 कैरेट 99.99% शुद्ध सोना मिलता है
आपके खरीदे गए हर ग्राम सोने को भारत के तीन गोल्ड बैंक - ऑगमोंट, एमएमटीसी पीएएमपी, या सेफ़गोल्ड में से कोई एक वास्तविक 24 कैरेट सोना आपके नाम के लॉकर में रखते हैं।
इससे यह आश्वासन मिलता है कि आपकी सुरक्षा कभी खतरे में नहीं है। आपको इसके चोरी होने या पुराने होने की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, जो कि फ़िज़िकल सोने के साथ होता है।
सेफ़ गोल्ड जार का पार्टनर गोल्ड बैंक है, जो केवल 'अच्छी डिलीवरी' मानदंडों को पूरा करने वाले सोने के बार खरीदता है और सभी सिक्कों की पुष्टि सरकार द्वारा स्वीकृत प्रयोगशाला द्वारा की जाती है।
99.99 प्रतिशत 24 कैरेट सोने की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हर सिक्के और बार को पेशेवर तरीके से वेरीफ़ाई किया जाता है।
6. घर बैठे आप तक फ़िज़िकल सोना पहुंच सकता है
अगर आप चाहते हैं कि सोना घर पर डिलीवर हो, तो आप इसे किसी भी समय टैम्पर-प्रूफ़, बीमा किए हुए पैकेज में अपने घर डिलीवर करवा सकते हैं। इसमें कोई मेकिंग या डिलीवरी चार्ज नहीं लगेगा।
7. डिजिटल गोल्ड को आप आसानी से ज्वैलरी में एक्सचेंज करवा सकते हैं
जैसा कि पहले बताया है कि सोना एक तरल वस्तु है। डिजिटल गोल्ड को आसानी से इसके कुछ सहयोगी ज्वैलर्स के पास ज्वैलरी बनाने के लिए एक्सचेंज किया जा सकता है।
जार के पार्टनर गोल्ड बैंक सेफ़गोल्ड के मामले में कल्याण का कैरेटलेन, तनिष्क और कैंडेरे इसके ज्वैलरी पार्टनर्स में से हैं।
8. आप किसी को, कभी भी सोना गिफ़्ट कर सकते हैं
अब आप अपने प्रियजनों को डिजिटल तौर पर सोना उपहार में दे सकते हैं - कभी भी और कहीं से भी।
वह भी जार ऐप पर कुछ ही स्टेप में! डिजिटल गोल्ड से हर मौके को खास बनाएं।
9. सोना खरीदना हुआ आसान
आप जार, पेटीएम, फोनपे, बजाज फिनसर्व, मोबिक्विक और दूसरे विभिन्न मोबाइल वॉलेट, यूपीआई ऐप और बैंकों के माध्यम से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं।
इसको खरीदना इतना आसान है कि अब तक 100 मिलियन से अधिक लोग डिजिटल गोल्ड खरीद चुके है। आप किस का इंतजार कर रहे हैं?
10. मुद्रास्फीति और बाजार की अस्थिरता के मामले में सोना बचाव करता है
फ़िक्स्ड-इंटरेस्ट निवेश, विशेष तौर पर फ़िक्स्ड डिपोज़िट, में रिटर्न मिलने में काफी समय लगता है।
दूसरी ओर, शेयर या इक्विटी इतनी तेजी से बढ़े हैं कि उममें इनवेस्टमेंट का खतरा रहना निश्चित है।